यंग इंडिया चंडीगढ़
जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए भाजपा अलग ट्रैक पकड़ने की तैयारी में है। शहरी इलाकों में मजबूत भाजपा ग्रामीण क्षेत्र पर फोकस कर रही है इसके साथ ही जाति आधारित वोट बैंक पर भी दूसरी राजनीतिक पार्टियों से हटकर योजना बनाई है। संभवत इसी लक्ष्य के साथ पूर्व पुलिस अधिकारी राजेंद्र सिंह को भाजपा में शामिल किया गया है। शहर के पूर्व डीसीपी राजेंद्र सिंह शनिवार को चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पार्टी की सीनियर लीडरशिप की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए हैं। जल्द ही उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा भी हो सकती है। भारतीय जनता पार्टी राजेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाकर नए तरीके से जातिगत समीकरण के आधार पर वोट पोलराइजेशन पर फोकस करने की तैयारी में है।
कांग्रेस ने रविदासिया समाज से करमजीत कौर चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। अकाली दल बसपा गठबंधन और आम आदमी पार्टी में जो नाम चर्चा में है वह भी रविदासिया समाज से ही बताए जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा ने अलग ट्रैक पकड़ते हुए मजहबी सिख राजेंद्र सिंह को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी की है। हिंदू वोट बैंक पर तो भाजपा का प्रभाव पहले से ही है और अब अगर मजहबी सिख को उम्मीदवार घोषित कर दिया जाता है तो भाजपा वाल्मीकि समाज का वोट बैंक भी हासिल कर लेगी। इसके साथ ही सिख चेहरे के तौर पर राजेंद्र सिंह ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रभावी साबित हो सकते हैं। इससे लोकसभा उपचुनाव काफी रोमांचक बन सकते हैं। जालंधर लोकसभा सीट पर वाल्मीकि समाज का वोट बैंक भी चुनाव को पूरी तरह से प्रभावित करने वाला है।