बठिंडा । हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट सोमवार को बठिंडा कोर्ट में मानहानि केस के सिलसिले में पेश हुईं। पेशी के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कंगना ने कहा कि यह पूरा मामला एक “मिस अंडरस्टैंडिंग” (गलतफहमी) का परिणाम है।
उन्होंने कहा, “मैंने माता (महिंदर कौर) को संदेश दिया है कि वे गलतफहमी का शिकार हुई हैं। मैं अपने सपने में भी नहीं सोच सकती कि किसी मां का अपमान करूं। मां चाहे हिमाचल की हो या पंजाब की, मेरे लिए वे सभी सम्माननीय हैं। सभी मुझसे बहुत प्यार करते हैं।”

कंगना ने आगे कहा, “अगर केस को देखा जाए तो इसका मुझसे कोई लेना-देना नहीं था। यह एक मीम था जिसे मैंने केवल रीट्वीट किया था। मैंने इस बारे में महिंदर जी के पति से भी बात की है। उस वक्त देश में कई आंदोलन चल रहे थे और मैंने एक सामान्य ट्वीट किया था, लेकिन कुछ गलतफहमी हो गई, जिसके लिए मुझे खेद है।”
बता दें कि यह मामला साल 2021 का है, जब देशभर में किसान आंदोलन चल रहा था। उस दौरान कंगना ने बठिंडा के गांव बहादुरगढ़ जंडिया की रहने वाली 87 वर्षीय बुजुर्ग किसान महिंदर कौर को लेकर एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्हें “100 रुपए लेकर धरने में बैठी महिला” बताया गया था।
इसके बाद महिंदर कौर ने इस ट्वीट के खिलाफ कोर्ट में मानहानि का केस दर्ज करवाया था। कंगना का कहना है कि उन्होंने सिर्फ एक वकील की पोस्ट को रीपोस्ट किया था, उनकी खुद की कोई मंशा किसी का अपमान करने की नहीं थी।
सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान महिला किसान खुद कोर्ट में नहीं आईं, बल्कि उनके पति मौजूद थे, जिनसे कंगना रनोट की मुलाकात और बातचीत हुई।



