मुम्बई। सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई (CBI) ने आखिरकार अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, रिया चक्रवर्ती के खिलाफ ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे साबित हो कि उन्होंने सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाया या उनके साथ किसी तरह का मानसिक या आर्थिक शोषण किया।
CBI ने यह भी कहा कि रिया ने सुशांत की कोई संपत्ति या पैसा ग़लत तरीके से इस्तेमाल नहीं किया।
हालांकि, सुशांत का परिवार इस रिपोर्ट से काफी नाराज़ है। उनका कहना है कि यह रिपोर्ट “सतही और अधूरी” है। सुशांत के परिवार के वकील वरुण सिंह ने मीडिया को बताया कि,
“यह रिपोर्ट केवल एक दिखावा है। अगर CBI सच में सच्चाई सामने लाना चाहती, तो उन्हें सारे चैट्स, मेडिकल रिकॉर्ड्स, गवाहों के बयान और तकनीकी सबूत कोर्ट में पेश करने चाहिए थे।”
परिवार ने साफ कर दिया है कि वे इस रिपोर्ट के खिलाफ प्रोटेस्ट पेटिशन दायर करेंगे।
📄 रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष:
- जांच में पाया गया कि सुशांत ने 14 जून 2020 को आत्महत्या की थी।
- रिया और उनके भाई शोविक 8 जून को घर छोड़कर चले गए थे, उसके बाद वे सुशांत से नहीं मिले।
- 10 जून को शोविक से सुशांत की आखिरी चैट हुई, लेकिन रिया से कोई बातचीत नहीं हुई।
- सुशांत की बहन मीतू सिंह 8 जून से 12 जून तक उनके साथ रहीं।
- कोई ऐसा सबूत नहीं मिला जिससे यह साबित हो कि सुशांत को किसी ने उकसाया या मानसिक दबाव डाला।
💬 परिवार की नाराज़गी:
सुशांत के पिता ने रिया पर आरोप लगाया था कि उसने उनके बेटे पर दबाव बनाया और उनकी संपत्ति का ग़लत इस्तेमाल किया। लेकिन CBI की रिपोर्ट में कहा गया कि रिया अपने साथ सिर्फ़ वो चीज़ें ले गई जो सुशांत ने उसे गिफ्ट की थीं — जैसे एक Apple लैपटॉप और वॉच।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि रिया ने सुशांत को धमकी दी थी कि अगर उसने उसकी बात नहीं मानी तो वह उनके मेडिकल रिकॉर्ड सार्वजनिक कर देगी — लेकिन यह बयान “हियरसे” यानी सुनी-सुनाई बातों पर आधारित है।
⚖️ कानूनी स्थिति:
वकील वरुण सिंह ने कहा कि “सिर्फ यह कहना कि सुशांत का अकाउंट इस्तेमाल नहीं हुआ, काफी नहीं है। CBI को बैंक स्टेटमेंट्स के साथ रिपोर्ट पेश करनी चाहिए थी।”
अब यह मामला 20 दिसंबर को पटना कोर्ट में सुनवाई के लिए रखा गया है।
🕯️ भावनात्मक श्रद्धांजलि:
सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने भाई की पांचवीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावुक श्रद्धांजलि दी और कहा —
“भाई, तुम्हारी यादें आज भी हमारे दिलों में ज़िंदा हैं, और तुम्हारे लिए न्याय की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई।”



