International Desk। भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति के हालिया बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा था कि मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि भारत रूस से तेल की खरीद बंद करेगा।
विदेश मंत्रालय ने इस बयान को पूरी तरह निराधार बताया है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि “मुझे ऐसी किसी बातचीत की जानकारी नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच हाल में कोई फोन कॉल या मुलाकात नहीं हुई है।
गुरुवार को विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भारत की प्राथमिकता हमेशा से ही अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में अपने उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना रही है। भारत का ऊर्जा नीति रुख राष्ट्रीय हितों और वैश्विक स्थिरता पर आधारित है।
🌍 अफगानिस्तान और पाकिस्तान संघर्ष पर भारत का बयान:
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी संघर्ष पर भी भारत का रुख स्पष्ट किया। उन्होंने तीन अहम बिंदुओं पर जोर दिया:
1️⃣ पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को पनाह देता है और उनकी गतिविधियों को समर्थन देता है।
2️⃣ अपनी अंदरूनी नाकामियों के लिए पड़ोसी देशों को दोष देना पाकिस्तान की पुरानी आदत है।
3️⃣ पाकिस्तान इस बात से नाराज़ है कि अफगानिस्तान अपने क्षेत्रों पर संप्रभुता (sovereignty) का इस्तेमाल कर रहा है।
रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
भारत का यह बयान यह दर्शाता है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तथ्यों और संप्रभुता के सिद्धांतों पर अडिग है।



