जालंधर। ‘I Love Muhammad’ को लेकर पिछले हफ्ते शुरू हुआ विवाद आखिरकार सुलझ गया है।
मंगलवार को कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने इस मसले पर मध्यस्थता की और दोनों समुदायों के नेताओं को अपने घर बुलाकर राजीनामा करवाया।
बैठक में हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों ने आपसी भाईचारे और सौहार्द बनाए रखने पर सहमति जताई।
🕊️ दोनों पक्षों ने मिलकर दी एकता की मिसाल
इस दौरान मुस्लिम समुदाय के प्रमुख नेता अयूब खान ने हिंदू नेता योगेश मैनी को गले लगाया और ‘जय श्रीराम’ का नारा भी लगाया।
इस भावनात्मक पल ने माहौल को पूरी तरह शांत कर दिया।
मौके पर जालंधर के मेयर विनीत धीर, कई आप (AAP) नेता और पार्षद भी मौजूद रहे। सभी ने धार्मिक सद्भाव और सामाजिक एकता को बरकरार रखने पर जोर दिया।
🗣️ नेताओं का संदेश
नेताओं ने कहा कि समाज में नफरत फैलाने की कोशिश करने वाले तत्वों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने प्रशासन से अपील की कि शहर की शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
📅 पृष्ठभूमि: कब और कैसे शुरू हुआ था विवाद
यह विवाद 3 अक्टूबर को शुरू हुआ था, जब ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर को लेकर तनाव फैल गया था।
मुस्लिम संगठन पुलिस कमिश्नर को मांग पत्र देने जा रहे थे, इसी दौरान योगेश मैनी ने ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाया।
इसके बाद दोनों समुदायों में तनाव और प्रदर्शन की स्थिति बन गई थी।
मंत्री की पहल से अब यह मामला पूरी तरह सुलझ चुका है और शहर में शांति का माहौल है।